मोबाइल पर गेम खेलने से नुकसान

आजकल हर किसी को मोबाइल पर गेम खेलने का शौक होता है। Pub G,Temple Run ड्रेगन, डॉन, रेसिंग, फाइटिंग, सब कुछ आपको रिऐलिटी से दूर ले जाते हैं। पर क्या आपको पता है ये शौक आपके शरीर और दिमाग पर कितना बुरा असर डालते हैं? यहां तक की बहुत ज्यादा खेलने से कुछ लोगों को मिर्गी के दौरे भी पड़ते हैं।

एक नजर:-

*उंगलियां सुन्न होना* - 

मोबाइल गेम पर लगातार उंगलियों और अंगूठे का यूज करने से मसल रिस्पॉन्स करना बंद कर देती हैं। इससे अंगूठे और उंगलियां सुन्न हो जाती हैं।

*गुस्सा बढ़ना* 

एक्सपर्ट्स के अनुसार, ज्यादा मारपीट वाले गेम्स और फोटो देखते रहने से गुस्सा बढ़ता है। यह ज्यादा होने पर वॉयलेंट बिहेवियर मेंबदल जाता है।

*भूख में कमी* 

बहुत ज्यादा मोबाइल गेम खेलने की आदत हो जाने से भूख की कमी आ जाती है। जल्दबाजी में कुछ भी अनहेल्दी खा लेते हैं या कभी-कभी खाते ही नहीं हैं। 

*फोकस न होना* - 

एक स्टडी के अनुसार जो लोग ज्यादा समय तक मोबाइल गेम्स खेलते हैं वो फोकस नहीं कर पाते। एक दिन में 2 घंटे से ज्यादा खेलने से समस्या बढ़ती है।

*मिर्गी* - 

एक स्टडी के अनुसार ज्यादा गेम्स खेलने से होने वाले स्ट्रेस से लोगों में मिर्गी की समस्या हो सकती है।

*मसल पेन* - 

घंटों मोबाइल पर गेम खेलते रहने से मसल पेन होता है। खासतौर से कंधे में और एक जैसे पॉश्चर में हाथ रखे रहने से कंधे का डिसलोकेशन भी हो सकता है।

*पीठ का दर्द* - 

एक ही पोजिशन में घंटों बैठे रहने और मूवमेंट्स की कमी की वजह से शरीर में अकड़न आती है और पीठ दर्द होने लगता है।

*माइग्रेन* - 

लगातार लाइट और साउंड की वजह से पहले एक पॉइंट पर सिरदर्द शुरू होता है, फिर धीरे-धीरे बढ़कर माइग्रेन में बदल जाता है। ज्यादा देर तक आंखों पर दबाव बने रहने से ये समस्या होती है।

*नींद की समस्या* - 

ज्यादा गेम्स खेलने से दिमाग लंबे समय तक ऐक्टिव रहता है। इससे नींद न आने की समस्या जैसे इन्सोम्निया, नार्कोलेप्सी और स्लीप अनीमिया होने की आशंका बढ़ जाता है।

*मोटापा* - 

एक जगह बिना मूवमेंट्स के बैठे रहने और गेम पर फोकस रहने से यह पता नहीं चल पाता कि कितना खाना खाया। इससे कैलरी बर्न नहीं होती और मोटापा बढ़ जाता है।

Pic Credit - Google

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